मिशन न केवल पूरे देश में पाण्डुलिपियों के संग्रहों के प्रलेखन को प्रोत्साहन डेटा है बल्कि इसकी इन्हें प्रकाशित करने की भी योजना है। हमारे पास मिशन के साथ कार्य कर रहे पाण्डुलिपि सूचना केन्द्रों के सभी संग्रहों की विस्तृत सूची प्रकाशित करने का कार्यक्रम है।
वर्तमान में मिशन ने फ्रेंकफर्ट पुस्तक मेले, जर्मनी में भारतीय पाण्डुलिपियों की प्रदर्शनी की एक सूची प्रकाशित की है। इस सूची में भारतीय पाण्डुलिपियों के कई पहलुओं को शामिल किया गया है। इसे 6 भागों में विभाजित किया गया है; ‘मिट्टी से ताँबे तक’ जो हमें उन सामग्रियों की विविधता के बारे में बताता है जिन पर मूल पाठ पाए गए; लेखनी और दवात के संबंध में सूचना के साथ ‘एक पाण्डुलिपि के बनने की कहानी’; ‘सीखने के क्षेत्र’ जो उन विभिन्न क्षेत्रों की संक्षिप्त जानकारी देता है जिनमें पाण्डुलिपियाँ लिखी गई हैं; ‘सम्मान, विनम्रता, पूजा’ हमें उस शब्द के महत्त्व को बताता है जिसे पवित्र माना जाता है; पांचवा भाग ‘शब्द और छवि’ हमें देश में सचित्र पाण्डुलिपियों की झलक दिखाता है; और अंत में ‘शाही आदेश और सादे रिकॉर्ड’ इस तथ्य का सूचक है कि पाण्डुलिपियाँ राजा से ले कर आम आदमी तक प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा थीं।