राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन द्वारा राष्ट्रीय सांस्कृतिक संपदा संरक्षण अनुसंधानशाला, लखनऊ के सहयोग से चार अनुसंधान परियोजनाएँ शुरु की गई हैं। साक्षात्कार के माध्यम से चयनित 7 शोधकर्ता, वर्तमान में क्षेत्रीय संरक्षण प्रयोगशाला, मैसूर, जो की एनआरएलसी का एक क्षेत्रीय शाखा है, में कार्य कर रहे हैं। इसके तहत शामिल विषय हैं-
अंततः मिशन द्वारा अनुसंधान के परिणामों को प्रकाशित किया जाएगा।