मिशन अनुरोध पर व्यक्तियों और संस्थानों के पाण्डुलिपि संकलनों का बुनियादी संरक्षण तथा पुनर्व्यवस्थापन करता है| मिशन विशेषज्ञता प्रदान करता है और इस कार्य के लिए सभी लागतों का वहन करता है| जिन कुछ संकलनों में मिशन ने संरक्षण प्रदान किया है वे हैं- |
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संस्थान का नाम
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संरक्षित की संख्या
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इकबाल लाईब्रेरी, श्रीनगर |
1000 |
पंजाब का भाषा विभाग, भाषा भवन, पटियाला
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600 |
मुसाफिर मेमोरियल सेंट्रल स्टेट लाईब्रेरी, पटियाला
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300 |
श्री प्रीतम सिंह का निजी संकलन, पटियाला
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1500 |
हरियाणा प्रांतीय पुरातत्व संग्रहालय, झज्झर
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800 |
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
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9000 |
श्री शयाम सुंदर शुक्ला का निजी संकलन, वाराणसी
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12 |
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ये संरक्षण सेवाएं मुख्यत: निवारक प्रकृति की हैं| पाण्डुलिपियों का उपचार स्वयं रिपोज़िटरियों में किया जाता है और भंडारण उनका अनुरक्षण सुरक्षित रखने के लिए पुनर्व्यवस्थित किया जाता है| हालांकि, उपचारात्मक क्रिया की आवश्यकता वाली पाण्डुलिपियों को केवल संबंधित प्राधिकारियों की अनुमति से ही स्थानीय पाण्डुलिपि संरक्षण केंद्र अथवा नई दिल्ली स्थित मिशन की प्रयोगशाला में ले जाया जा सकता है|
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