रिसर्च

    राष्ट्रीय पाण्डुलिपि मिशन द्वारा राष्ट्रीय सांस्कृतिक संपदा संरक्षण अनुसंधानशाला, लखनऊ के सहयोग से चार अनुसंधान परियोजनाएँ शुरु की गई हैं। साक्षात्कार के माध्यम से चयनित 7 शोधकर्ता, वर्तमान में क्षेत्रीय संरक्षण प्रयोगशाला, मैसूर, जो की एनआरएलसी का एक क्षेत्रीय शाखा है, में कार्य कर रहे हैं। इसके तहत शामिल विषय हैं-

    • पेपर लैमिनेटिंग की विभिन्न पद्धतियों का मूल्यांकन करना और एक स्वदेशी पद्धति विकसित करना।
    • ताड़पत्र को सुधारने और पुनरुद्धार के लिए उपयुक्त गोंद की खोज करना।
    • पाण्डुलिपियों का व्यापक विअम्लीकरण की सहज पद्धति विकसित करना।
    • विकर्षकों और फफूंदनाशकों के रूप में पारंपरिक रुप से उपयोग की जा रही वस्तुओं का मूल्यांकन करना और उनकी दक्षता को बढ़ाना।

    अंततः मिशन द्वारा अनुसंधान के परिणामों को प्रकाशित किया जाएगा।